गर्भपात

और निर्धनता के भय से अपनी सन्तान की हत्या न करो, हम उन्हें भी रोज़ी देंगे और तुम्हें भी। वास्तव में उनकी हत्या बहुत ही बड़ा अपराध है (17:31)

इस्लाम और मुसलमान

इस्लाम के मानने वाले सिर्फ वो ही न थे जिनहोने हज़रत मुहम्मद को अपना रसूल माना बल्कि वो सभी इंसान है जो एक खुदा के मानने वाले हो और आखिरत पर यकीन करने वाले हो और नेक अमल पैरा हो

ख़ुदा की अज़मत

खुदा की अज़मत की नुमाइंदगी न केवल इस हक़ीक़त से लगाया जा सकता है कि वह अपने हाथ में सातो कायनात रखता है, बल्कि इस हक़ीक़त से भी है कि वह हर Atom, यहां तक ​​कि Sub-Atomic components को पूरी तरह से control करता है बल्कि पूरी कायनात मे हर जगह ।