यकीनन जो लोग ईमान लाए हैं, वो जो यहूदी हैं, ईसाई हैं और जो अपना मज़हब बदल कर इस मज़हब को अपना चुके हैं; जो कोई (1) एक खुदा पर ईमान रखता है (2) आख़िरत के दिन पर यकीन रखता है और (3) नेक ज़िंदगी गुज़ारता है, इनको इनका सवाब इनके रब से मिलेगा। इनको किसी भी चीज़ का खौफ नहीं होगा, और ना ही वो ग़मगीं होंगे।
2:62 कुरान
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रमज़ान की बरकते : खुदा की तरफ से तोहफा
रमजान खुदा की तरफ अपनी तवज्जोह लगाने और कुरान पढ़ने का एक पुरसुकून और सुकून भरा वक़्त लेकर आता है,…खुदा को याद करने के मौके
तुम मुझे याद रखो, मैं तुम्हें याद रखूँगा और मेरा शुक्र अदा करो, नाशुक्री न करो।खुदा को मज़बूत पकड़ो
हमें अक्सर अकेले खुदा में अपने ईमान और ईमान की तस्दीक करने और उसे मज़बूती से थामे रखने की ज़रूरत…अहंकार
याद करो कि मूसा ने अपनी कौम से कहा था, "ऐ मेरी क़ौम के लोगो, तूने बछड़े की इबादत करके…दान की अहमियत
और तुम जो कुछ भी ख़र्च करो या तुम जो मन्नत भी मानो तो अल्लाह उसे यक़ीनन जानता है,ख़ुदा का शुक्र
हमने इनसान को एक मख़लूत नुत्फ़े से पैदा किया ताकि उसका इम्तिहान लें और इस ग़रज़ के लिये हमने उसे…