रमज़ान की बरकते : खुदा की तरफ से तोहफा

रमजान खुदा की तरफ अपनी तवज्जोह लगाने और कुरान पढ़ने का एक पुरसुकून और सुकून भरा वक़्त लेकर आता है, निजी तौर पर या एक समूह के रूप में, और इन्फिरादी कमजोरियों की पहचान करने और तौबा करने का वक़्त हो सकता है

खुदा कौन है ?

खुदा ने सातों कायनात को अपने दोनों हाथो से नहीं पकड़ा है ,खुदा ने इसे अपने एक हाथ से थामा हुआ है , ये नज़रियाती वज़ाहत है जिससे हमें उसकी अज़मत और कौन है खुदा इस बात का idea होता है ।

कौन है आपका ख़ुदा ?

ज़्यादातर लोग ये जानकार हैरान रह जाएंगे कि उनका ये ऐलान कि उनका ख़ुदा आसमानों और ज़मीन का ख़ालिक़ है और ये एक Lip Service ( दिखावटी बात) के सिवा कुछ भी नहीं है और आप पाएंगे की वो लोग हक़ीक़त मे जहन्नुम का मुकद्दर बन चुके है ।