इस्लाम व्यापार और सूदी निज़ाम

आज के युग मे भी बैंक के जरिये कर्ज़ लेन देन को मुस्लिम समाज के कुछ वर्गो मे अब भी गलत समझा जाता है , यह एक भ्रांति है । यह सोच मुस्लिम समाज के पिछड़ेपन का कारक है ।